बॉब मार्ले का जीवन परिचय | Bob Marley biography in hindi

 बॉब मार्ले जीवन परिचय 

Bob Marley biography in hindi


जीवन परिचय
नाम                    बॉब मार्ले 
वास्तविक नाम     नेस्टा रॉबर्ट मार्ले  
व्यवसाय             गायक, गीतकार, संगीतकार
जन्मतिथि           6 फ़रवरी 1945             
जन्मस्थान           नाइन माइल, जमैका

मृत्यु तिथि 11 मई 1981
राष्ट्रीयता जमैकन
धर्म                    रस्ताफ़री 
पुरस्कार 1976: बैंड ऑफ़ द इयर
                         1978: पीस मेडल ऑफ़ द थर्ड वर्ल्ड 
                         1981: जमैकन ऑर्डर ऑफ़ मेरिट
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बॉब मार्ले से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियाँ


  • बॉब मार्ले का जन्म 6 फरवरी 1945 में जमैका के नाइन माइल में हुआ था. 
  • बॉब का असली नाम नेस्टा रोबर्ट मार्ले था. लेकिन नेस्टा लड़की के जैसा नाम लगता था इसलिए उसे बदल कर बॉब कर दिया गया. 
  • बॉब का पढाई में मन नही लगता था लेकिन बॉब ने जब तक स्कूल की पढाई की तबतक वह मैथ विषय के टाँपर रहे थे. 
  • बॉब जब 10 साल के थे तब उनके पिता की मृत्यु हो गयी थी. उसके बाद पुरे परिवार की जिमेदारी बॉब पर आ गयी थी.  
  • साल 1963 में अपने स्कूल के दोस्तों के साथ मिलकर बॉब ने "द वेलर्स ग्रुप" की शुरवात की. जो आगे चलकर पूरी दुनिया में फ़ेमस हुआ.
  • 1977 में उनकी "सोलो एलबम" ने सफलता के सारे रेकॉर्ड तोड़ डाले. "सोलो एलबम" की लगबग 7.5 करोड़ प्रतियां बिकी थी. 
  • बॉब ने अपना बचपन गरीबी में गुजरा था इसलिए जब उनके पास काफी पैसा आया. तो उनोने अपने दोस्तों और गरीब लोगो को जमैका में घर खरीद कर दीये. 
  • बॉब ने 'रस्ताफ़री' धर्मं का पालन किया. इस धर्म के अनुसार भगवान ने दिए हुए शरीर की लोग पूजा करते हे. यही वजह थी की बॉब ने अपने पुरे जीवन में कभी बाल नही काटे क्युकी वह उसे भगवान की देन मानते थे.
  • बॉब मार्ले के अपने जीवन में कई औरतो के साथ संबंध रहे थे. बॉब के कुल 11 बच्चे हे. 
  • जब जमैका में राजनेतिक हालात ठीक नही थे लगातार दंगे - हिंसाये हो रही थी. तभी सत्ताधारी पार्टी ने एक कॉन्सर्ट का ऐलान किया कॉन्सर्ट का नाम रखा गया था 'स्माइल जमैका'. कॉन्सर्ट केलिए बॉब को बुलाया गया बॉब ने इस कॉन्सर्ट केलिए पैसे नही लिए क्युकी इस कॉन्सर्ट का मकसद जमैका में शांती फैलाना था. कॉन्सर्ट के 2 दिन पहले बॉब पर हमला हुआ इस हमले में बॉब के सीने पर गोली लगी. लेकिन इतना होने की बाद भी बॉब ने कॉन्सर्ट किया और लोगो को शांति का आवाहन किया.  
  • 1978 में जमैका के हालात फिर एक बार बिगड़े बॉब को वापिस आना पड़ा. बॉब ने शांति फैलाने केलिए एक कॉन्सर्ट का ऐलान कीया. इस कॉन्सर्ट में बॉब ने सत्ताधारी दल और विपक्ष दल को बुलाया और दोनों दलों के नेताओ को गले मिलाकर सारा झगडा खतम किया. 
  • 1980 में ज़िम्बाब्वे को आज़ादी मिली तब वहा के लोग चाहते थे की आज़ादी के मौके पर बॉब मार्ले भी शामिल हो. तब बॉब ने अपने खुद के पैसो से वहा पर कॉन्सर्ट किया.
  • 1980 के ज़िम्बाब्वे के प्रोग्राम में भारत की तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गाँधी भी शामिल हुयी थी. 
  • 1977 में बॉब को फुटबॉल खेलते हुए चोट लगी तब डॉक्टरों ने उन्हें उनके पैर में "लिग्नेंट मेलानोमा" नामक समस्या से होने के बारे बताया. इस समस्या को देख डॉक्टरों ने बॉब को पैर को काटने की सलाह दी. लेकिन बॉब ने डॉक्टरों को ऐसा करने से मना कर दिया. 
  • बॉब को पता लग चूका था अब उनके पास कम दिन बचे हुए हे. वःह अपने बचे हुए दिन जमैका में बिताना चाहते थे. लेकिन जर्मनी से जमैका के बीच रास्ते में ही बॉब की मौत हो गयी. 
  • बॉब मार्ले को उन्हीं के घर के गार्डन में दफनाया गया. बॉब को दफनाते वक्त उनके साथ मारिजुआना (गांजा ), सॉकर बॉल और गिबसन लेस पॉल गिटार भी रखा गया था.

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