मुंबई माफीया को करीब से जानने वाले हुसैन जैदी की जीवनी | Hussain zaidi information in hindi

Hussain zaidi का जीवन 

hussain zaidi biography

Hussain zaidi भारत के नंबर एक के अपराध लेखक हैं. वःह अपराध और आतंकी रिपोर्टिंग के अनुभवी है. वह कई सर्वश्रेष्ठ पुस्तकों के लेखक हैं. उनका जन्म 28 feb 1968 को मुंबई मे हुआ. अपनी पढाई खतम करके Hussein zaidi ने पत्रकारिता में अपने करियर की शुुुुरुवात कियी थी. 

Hussain zaidi का पत्रकारिता में करियर

  Hussain zaidi ने पत्रकारिता में अपने करियर की शुरुआत "अखबार द एशियन एज" मे काम करते हुए कीयी थी. जहा वह आगे चलके रेजिडेंट एडिटर तक बने. जैदी ने बाद में कई सारी अन्य पत्रिकाओं के लिए काम किया, जिनमे "द इंडियन एक्सप्रेस", "मिड डे" और "मुंबई मिरर" शामिल हैं. पत्रकारिता करते हुए उनोने मुंबई माफिया को करीब से देखा था. आगे उनोने मुंबई माफिया पर किताबे लिखी. उनकी लिखी गयी किताबो के जरीऐ बोहतशी Bollywood की फिल्मे बनायी गयी..

Hussain zaidi Books के जरिये बनी फिल्म

अनुराग कश्यप की "Black Friday" फिल्म  hussain zaidi कि 2002 को लिखी गयी किताब 'ब्लैक फ्राइडे' के आधार पर बनायीं गयी. साथ ही Shootout at Wadala, Shootout at lokhandwala जैसी फिल्मे जैदी की dongri to dubai किताब सेे प्रेररित थी और 2015 की कबीर खान की फिल्म "फैंटम" जिसमें सैफ अली खान और कैटरीना कैफ हैं जैदी की किताब "मुंबई एवेंजर्स" का एक रूपांतरण है.


Hussain zaidi top Books 

ये सारी किताबे Marathi/Hindi/English भाषा मे online site पर उपलब्ध हे. 

1)Black Friday: The True Story of the Bombay Bomb Blasts

black friday book

ये किताब 12 मार्च 1993 की दोपहर को हुये मुंबई bomb धमोकोके बारे मे विसतार से बताती हे,
"ब्लैक फ्राइडे" किताब में, हुसैन जैदी हमें उस साजिश के दिल में ले जाता है जिसमें कई सारे देशों से और बड़े पैमाने पर जांच की गई थी. चार साल के सूक्ष्म शोध का एक उत्पाद हे, दाउद इब्राहिम और टाइगर मेमन के करीबी सहयोगियों के माध्यम से मिली जानकारी से, पुस्तक हमे आपराधिक दिमाग में अंतर्दृष्टि प्रदान करती है. जिन पात्रों से हम मिलते हैं वह,आतंगवादि, भ्रष्ट कानून प्रवर्तन एजेंट जिन्होंने साजिश रची थी, यह किताब हमे 12 मार्च 1993 को हुये मुंबई bomb धमाको का सविस्तर वर्णन कराती हे.


2)Mafia Queens of Mumbai 

mafiya queens of mumbai

कई दशकों से तस्करी, गैंगवार,ड्रग्स, आतंकवाद, मुंबई अंडरवर्ल्ड की छाया में रहता है.
अंडरवर्ल्ड के ये नाम दाऊद इब्राहिम, करीम लाला, वरदराजन मुदलियार ये ऐसे नाम हैं जिन्हें कोई भी भारतीय पहचान सकता है.लेकिन अंडरवर्ल्ड मे ऐसी महिलाएं भी रही हैं, जो शहर के इस घिनौने हिस्से का हिस्सा रही हैं, जो अंडरवर्ल्ड के साथ-साथ चलती रही, कभी-कभी अपने खुद के अवैध कारोबार को चलाने के लिए अंडरवर्ल्ड में पुरुषों का नेतृत्व करती रही . पहली बार क्राइम जर्नल - एसटीएस हुसैन जैदी इनमें से कुछ महिलाओं के जीवन का पता लगाया, और कैसे,वे औरतोने निश्चित रूप से एक अपराध की दुनिया में अपना रास्ता बनाने में वःह सक्षम रही, कामाथीपुरा से डोंगरी तक, हत्यारों से लेकर मोल तक, यह एक संग्रह है जो उन महिलाओं की अपराधिक  कहानियों को बताता है "मुंबई की माफिया क्वींस"  किताब ने मुंबई के अंडरवर्ल्ड के एक पक्ष का खुलासा किया जो पहले कभी नहीं देखा गया.


3)Dongri to Dubai: Six Decades of the Mumbai Mafia


Dongri to Dubai marathi

Dongri to Dubai book 2012 में प्रकाशित कि गयी मुंबई माफिया के छह दशक, कुख्यात बदमाशों के बारे में एक गैर-काल्पनिक किताब है और इसमें दाऊद इब्राहिम के जीवन को शामिल किया है। यह पहली किताब है जो मुंबई माफिया के इतिहास को प्रस्तुत करती है, और करीम लाला, छोटा राजन, हाजी मस्तान, अबू सलेम, और वरदराजन मुदलियार के जीवन का वितरण करती है। किताब का मुख्य हिस्सा दाऊद इब्राहिम के इर्द-गिर्द घूमता है . इस पुस्तक में डोंगरी के एक लड़के से दुबई तक की यात्रा का वर्णन किया गया हे. दाऊद इब्राहिम कास्कर का जन्म 1955 में एक पुलिसकर्मी के घर में हुआ था़, दाऊद की पहली लूट, उसकी युवावस्था के दौरान उसके प्रेम संबंधों और स्थानीय गुंडे में बदल जाने का वर्णन किया गया है. पुलिस ने विभिन्न पठान बदमाशों के खिलाफ उसका इस्तेमाल किया. धीरे-धीरे, उन्होंने प्रतियोगिता को नष्ट करने में कामयाबी हासिल की, दाऊद गिरोह का गठन किया और मुंबई पुलिस के कट्टर विरोधी होने का अंत किया. दाऊद इब्राहिम के व्यक्तित्व और विशेषताओं को इस पुस्तक में अच्छी तरह से कवर किया गया है। सत्ता के लिए उसकी वासना, उसका ध्यान, उसकी चतुराई और उसके गणनात्मक मन को खूबसूरती से पकड़ लिया गया है. Dongri to dubai मुंबई माफिया के छह दशक भारत में बड़े अपराधों के पीछे केे लोगों को शामिल करते हैं. इस पुस्तक में तथ्यों के साथ-साथ 
मुंबई माफिया का विश्लेषण किया गया  है. 

4)My Name is Abu Salem 

may name is abu salem book



                                                                              मुंबई ने कई को डॉन बनाया है लेकिन शायद अबू सलेम के 
जीतना रंगीन किसी को नहीं बनाया। दाऊद इब्राहिम के तेजतर्रार पूर्व सहयोगी 1993 के मुंबई धमाकों में शामिल होने और संगीतकार गुलशन कुमार की हत्या के लिए अबू सलेम को जाना जाता हैं. लेकिन वह अभिनेत्री मोनिका बेदी के साथ अपने संबंधों और बॉलीवुड के साथ अपने संबंधों के लिए समान रूप से  ही प्रसिद्ध हे  जिसने फिल्म उद्योग के सबसे बड़े नामों की हत्याओं का प्रयास किया गया था . माई नेम इज़ अबू सलेम एस हुसैन जैदी की एक और अविश्वसनीय किताब हे जो अबू सलेम के कारनामो को दर्शाती हे 

5)Dawood's Mentor 

hussain zaidi informaion 

                                                                               ये किताब dawood के गुरू पर है यानी, हर कोई किसीना
किसीसे हि कुछ सिकता हे उसी तर हा dawood ने भी अपने गुरु खालिद खान से जुुुुलूम की दुनिया के बारेमे सिखा. दाऊद के कुच मेंटर में दाऊद खालिद खान से मिलता है और वे अंततः एक अप्रत्याशित दोस्ती करते हैं दोनों मिलकर मुंबई के हर माफिया गिरोह को हराते, कुचलते और बेअसर करते हैं खालिद डी-गैंग के लिए नींव रखता है इस किताब में दाऊद के जुल्म की दुनिया के गुरु खालिद पहलवान के बारे में हमें विस्तार से बताती हे. 


 भी पढें:

 hussai zaidi कि top books के बारेमे आपको बताया हे इस के अलावा उनकी Headley and I ,Byculla to Bangkok,Mumbai Avengers ,Dangerous Minds,Eleventh Hour ये सब  किताबे  मुंबई  माफिया  पर  लिखी गयी है. Hussain zaidi ने underworld  के बारेमे जो लिखा हे  शायदही कोइ लिख पाता  जिन लोगो को underworld को जानने की रुची हे  उन लोगो के लिये  यह  किताबो को बहुदही खुबसुरदि से  लिखा  गया है. 

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