माया डोलस : मुंबई अंडरवर्ल्ड का बेखौफ भाई | maya dolas story and biography hindi

एक ऐसा इनसान जीसने पुरी मुंबई को हिला कर रख दिया था वो जाना जाता था अपने बेखोफ कारनामो केलीये जीस तराह उस्का जीवन था उसी तराह उसकी मौत भी हुयी थी। आज हम जानेगे लोखंडवाला शूटआऊट मे मारे जाने वाले गँगस्टर माया डोलस - maya dolas के बारे मे।

     2007 को आयी फिल्म शूटआऊट लोखंडवाला -shoot out at lokhandwala film माया डोलस पर बनी हे जीसमे माया का किरदार विवेक ओब्राय और माया की मा रत्न प्रभा का किरदार अमृता सिंग ने निभाया हे।

Maya dolas biography
Maya Dolas


           माया डोलस की सच्ची कहानी                                            maya dolas real story 


माया डोलस का जन्म 15 ऑक्टोबर 1966 को मुंबई  के प्रतीक्षा नगर मे हुआ। माया डोलस का असली नाम महेंद्र डोलस था। लेकींन उसे सब माया के नाम से बुलाते थे। माया अपने पिता विठोबा डोळस और मा रत्न प्रभा के छ: संतानो मेसे एक था माया ने अपनी पढायी मुंबई के iti कॉलेज से कि थी बादमे ओ क्रॉइम कि दुनिया मे आगया। 22 साल कि उमर मे ही उसने अशोक जोशी कि गँग मे वो शामिल हो गया। और अपने दम पर माया ने मुंबई पर छाप छोड दि। वो अशोक जोशी गँग का टॉप शूटर बन गया। अशोक जोशी गँग केलीये ओ कंजूर गाव मे बहादसे रॅकेट चलाता था। दाऊद गँग के लोगोने ने अशोक जोशी को मारणे के बाद छोटा राजन ने उसे दाऊद गँग मे शामिल कर लिया। और वो दाऊद गँग केलीये काम करने लगा। उसने जल्दी ही मुंबई मे खुद का सिक्का उछालंना चालू किया। वो काम तो दाऊद गँग केलीये करता था लेकिन अपनी मरजी से वो बिल्डरो धमकाने लगा और उनसे फिरोती लेने लगा। उसके ऐसे बर्ताव से वो अब दाऊद कि आखोंमे वो चुबने लगा। 1991 को माया को 25 साल कि उमर मे ही मुंबई पोलीस ने इनकॉउंटर मे मार दिया। साथ ही उसके छ साथी भी इस इनकॉउंटर मे मारे गये।

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माया डोळस का इनकॉउंटर शूट आऊट लोखंडवाला 

मुंबई पोलीस माया के पीछे कब से लगी थी लेकिन माया पकड मे आ नहीं रहा था। तभी मुंबई पोलीस को टीप मिलती हे कि माया मुंबई के लोखंडवाला मे स्तिथ स्वाती बिल्डिंग के फ्लॅट no.5 मे हे। माया डोलस के साथ दिलीप बुआ, अनिल पवार, राजू पुजारी, अशोक नाडकर्णी, अनिल कुंभचंदनी, विजय चकोर, ये भी फ्लॅट मे थे।
           
 माया कि एक बिल्डर के साथ मिटिंग थी जिसे माया ने फिरोती केलीये धमाकाया था उसी केलीये ओ सब उस फ्लॅट मे थे। तभी मुंबई पोलीस 'स्वाती अपार्टमेंट' को  चारो तरफ से घेर लेती हे। मुंबई पोलीस का नेतृत्व आफताफ अहमद खान करते हे। मुंबई पोलीस माया और उसके साथी ओ को नीचे से वॉर्निंग देती हे कि वो सरेंडर कर ले। लेकिन माया और उसके साथी पोलीस पर फायरिंग करने लगते हे। मुंबई पोलीस भी जवाब मे फायरिंग चालू करती हे चार घंटो तक फायरिंग चलती हे ये सब कॅमेरे मे शूट किया जा रहा था। उस वक्त काफी news चॅनेल पे ये लाईव्ह दिखाया जा रहा था। चार घंटो तक चले शूट आऊट के बाद माया डोलस और दिलीप बुआ और उनके साथीयो को शूटआऊट मे मार दिया जाता हे। केहते हे कि माया को मारने कि टीप दाऊद इब्राहिम ने ही दियी हुयी थी। इनकॉउंटर के बाद एन्ट्री टेररिस्ट स्कोड को माया के पास 7 लाख का कॅश मिला था। फिर भी मुंबई पोलीस माया के खिलाफ कोई ढोस सबूत पेश नहीं कर सकी।

माया डोलस कि माँ ने शूटआऊट लोखंडवाला फिल्म के खिलाफ दर्ज कि केस 

माया कि माँ रत्नप्रभा डोलस ने 2007 को रिलीज फिल्म शूटआऊट लोखंडवाला के खीलाफ कोर्ट मे केस दर्ज किया था। माया कि माँ का केहना था फिल्म मे उसके बेटे माया को गलत दिखाया गया हे। फिल्म मे माया अपने बाप का 9 साल कि उमर मेही अपने बाप को अपमान जनक मार देता हे। जबकी माया के पिता का निधन 1997 को हुआ था। फिल्म मे माया कि माँ उसके बेटे कि क्रिमिनल गती विधियोमे उस्का साथ देती हे। जब कि ऐसा नहीं था इसके चलते फिल्म मेकर्स को फिल्म मे बदलाव करने पडे थे और फिल्म प्रोड्युसर ने फिल्म को एक काल्पनिक फिल्म दिखा दिया। फिल्म मे जो नाम लिये गये थे उनकी आलोचना होणे पर फिल्म कि शुरुवात मे माफी माग ली थी। अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन ने भी इस फिल्म पर सवाल उठाथे हुये कहा था कि फिल्म मे काफी कुछ उलट पूलट दिखाया गया हे।

माया डोलस के बारे मे और कुछ बाते

केहते हे कि 90s के टाइम छोटा राजन और दाऊद इब्राहिम मे अद्रुनी दुरिया आनी चालू हुयी थी। तब ये एक दुसरे को कमजोर साबित करने केलीये एक दुसरे के टॉप के शूटर को मार रहते थे। माया दाऊद गँग केलीये काम कर रहा था पर दिलीप बुआ और माया डोलस छोटा राजन के साथ थे। क्यू कि छोटा राजन ने ही इन लोगो को दाऊद के नजदिक लाया था। केहते हे छोटा राजन और दाऊद इब्राहिम कि दुरियो कि वजाह से ही शूटआऊट लोखंडवाला का जन्म हुआ था। 

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