Underworld don chota rajan biography hindi
वो कभी हुआ करता था दाऊद इब्राहीम का सबसे करीबी दोस्त। दाऊद मानता था उसकी वाइफ को अपनी बेहन। लेकीन नही टिक सकी उसकी दोस्ती। आज कि पोस्ट मे जानेगे अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन की कहानी।
२५ बरस से ज्यादा वो डॉन जो भारतीय एजेंसी को देता रहा चकमा वो अब कानून की शिकंजे में आ चूका हे। अलग अलग देशे मे ५००० करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का वो मालिक हे। कैसे अंडरवर्ल्ड का हिस्सा बना राजेंद्र (chota rajan)
छोटा राजन का परिवार
मुंबई के चेंबूर (तिलक नगर) में ५ डिसेम्बर १९६० को राजन का एक मराठी परिवार में जन्म हुआ। राजन का असली नाम था राजेंद्र सदाशिव निखल्जे। राजन के पिता थाने में नोकरी करते थे राजन को तीन भाई और दो बहने थी। राजन का पढाई में मन नहीं था उसने छोटी उम्र में ही फिल्म की टिकिट ब्लैक करना शुरू किया। इसी बिच वो राजन नायर गिरोह में शामिल हुआ। जुर्म की दुनिया में नायर को बड़ा राजन के नाम से जाना जाता वो नायर का दायिना हाथ बन गया था। इसलिए लोग उसे छोटा राजन और (नाना) कहने लगे।
दाऊद इब्राहीम से दोस्ती
बड़ा राजन के १९८२ में मरने के बाद गिरोह को छोटा राजन सँभालने लगा। उसने बड़ा राजन की हत्या का बदला लेने केलिए कुंजू नाम के शूटर पर दो बार हमला किया। लेकिन दोनों बार कुंजू की किस्मत अछि रही। इसी दौरान दावूद इब्राहीम छोटा राजन से प्रभावित हो गया और उसने छोटा राजन को मिलने बुलाया। और छोटा राजन की दाऊद गिरोह में जगह बन गयी। गिरोह में आने के बाद छोटा राजन ने अपने गुरु बड़ा राजन की हत्या का बदला कुंजू को मारकर पूरा किया।
छोटा राजन और दाऊद एक दुसरे पर पूरा भरोसा करने लगे थे वो बहुद कम समय में अच्छे दोस्त बन गये। डी कंपनी में छोटा राजन का रुतबा काफी बढ़ गया। १९८७ में राजन को दुबई में जाना पड़ा दुबई में अब दाऊद केलिए दो छोटे काम कर रहे थे। एक छोटा राजन और दूसरा छोटा शकिल। दाऊद का भरोसा छोटा राजन पर ज्यादा होने के कारन छोटा शकील की नजरो में छोटा राजन चुभने लगा था।
दाऊद इब्राहीम से दुशमनी
दाऊद इब्राहीम के बाद छोटा राजन का ही अंडरवर्ल्ड में नाम था। लेकिन छोटा शकील ने छोटा राजन के खिलाफ अदरुनी बगावत शुरू की और दाऊद इब्राहीम को भड़काना शुरू किया। अब धीरे धीरे दाऊद और छोटा राजन के रिश्ते मो कडवाअट आणि शुरू हुयी। १९९३ के ब्लास्ट के बाद राजन डी कंपनी से अलग हो गया और उसने अपने खुद का गिरोह बनाया।
छोटा राजन दुबई से बैकॉक
दुबई में दाऊद इब्राहीम ने एक बड़ी पार्टी आयोजित की थी। पार्टी में बड़े बड़े लोग आने वाले थे। पार्टी में छोटा राजन को भी बुलाया गया था। छोटा राजन को पार्टी में जाते वक्त एक कॉल आता हे। कॉल पर एक आदमी केहता हे! नाना पार्टी में आपको टपकाने का प्लान बनाया हुआ हे आप मत आना। अब छोटा राजन को ये बात समज आ गयी जीना हे तो दुबई छोडनी पड़ेगी। दुबई से राजन काठमांडू आता हे और वहा से मलेशिया जाता हे। कुछ साल छिपकर बिताता हे लेकिन राजन को वहा जान का खतरा सताता हे। उसे अपने छुपने केलिये बैकॉक सही ठिकाना लगता हे। वो वहा चला जाता हे काफी समय बाद छोटा शकील को छोटा राजन के बैकॉक मे होने की जानकारी लगती हे। वो अपने शार्प शूटर को छोटा राजन को मारनेे केलिये बैकॉक भेजता हे। छोटा राजन हमले बच जाता हे, बचने के बाद वो कहा छिपता हे ये किसी को नही पता। २००१ में छोटा राजन अपने शूटरो को भेजकर छोटा शकील के दो गुर्गो मारता हे।
छोटा राजन की गिरफ्तारी
उसके बाद छोटा राजन का नाम २०११ में मिड डे न्यूज़ पेपर के वरिस्ट क्राइम रिपोर्टर जोत्यिमर्य की हत्या में आता हे। उसके बाद २०१३ में बिल्डर अरशद शेख और अजय गोसलिया की हत्या में छोटा राजन गिरोह के लोगो के नाम आये। २०१५ में अस्टोल्लिया में छोटा राजन पर हमला होने के बाद उसके बाली में होने की खबरे सामने आयी और इंतजार ख़तम हुआ। अक्टूम्बर २०१५ को इंडोनेशिया के बाली में छोटा राजन को गिरफ्तार किया गया।
छोटा राजन को उम्र कैद की सजा
हत्यार, ड्रग्स, वसूली, तस्करी और हत्या करना जैसे 70 मामलो में छोटा राजन को कोर्ट ने दोषी माना और छोटा राजन को उम्र कैद की सजा कोर्ट ने सुनायी।
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इंडिया के बेस्ट क्राइम रिपोर्टर हुसैन जैदी की किताब 'डोंगरी से दुबई तक' से ये जानकारी दी गयी हे आपको हमारी पोस्ट डॉन छोटा राजन की कहानी कैसे लगी कमेंट में बताये।
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